इश्क पर कोई वार मत करना । Ishaq par gazal in hindi
मित्रों Hindisarijan मंच पर आप सभी का एक बार फिर से स्वागत है । यूँ तो Ishaq करना कोई गुनाह नहीं है मगर सबसे बड़ा गुनाह तब बन जाता है जब इश्क के साथ फरेब हो । धोखा हो । किसी तरह की कोई जालसाज़ी हो । तो आज हम इसी कड़ी में रईस सिद्दीकी बहराइची द्वारा रचित Ishaq par gazal in hindi लेकर आये है । तो चलिए पेश है - इश्क पर ग़ज़ल -
इश्क पे कोई वार मत करना
हुस्न को बेक़रार मत करना ।
हुस्न बे एतबार है प्यारे
हुस्न पे एतबार मत करना ।
जिससे दिल टूट जाये इंसा के
वह रविश अख्तियार मत करना ।
घर से निकला हूं आसमां छूने
तुम मेरा इंतजार मत करना ।
फ़ूल को इत्र की ज़रूरत क्या
तुम भी सोलह सिंगार मत करना ।
तुम से सौ बार कह चुका हूं रईस
मुझसे ज़िक्र-ए-बहार मत करना ।
Poem on love in hindi.
चूंकि ग़ज़ल का कोई विषय नहीं होता है । इनका हर शेर एक नई दास्तां पेश करता है । मित्रों जिससे भी ishaq होता है । बस उसी के ख्यालात में खोए रहते है । उन्ही के सपनो में रहते है । इसी लोकप्रिय ग़ज़लकार में क्या गजब के शेर लिखे हैं तो - अर्ज किया है -
ख़यालों में अपने बसा कर तो देखो
कि नज़दीक हमको बुलाकर तो देखो ।
मैं शैदा हूं तेरा तेरा हूं मैं शैदा
न हो गर यकीं आज़मा कर तो देखो ।
न है कोई ख्वाहिश न कोई तमन्ना
हमें आप अपना बना कर तो देखो ।
मिलूंगा मैं सहरा हो दरिया हो पर्वत
कहीं से सदा तुम लगा कर तो देखो ।
तुम्हारा रहा हूं तुम्हारा रहूंगा
मेरे दिल के मसनद पे आकर तो देखो ।
तख़य्युल में परवाज़ करता रहूंगा
मोहब्बत की डोरें बढ़ा कर तो देखो ।
ज़माने की नज़रों से जो भी गिरे हैं
उन्हें तुम दुबारा उठा कर तो देखो ।
नसीहत मिली है बुजुर्गों से हमको
ग़रीबों को दिल से लगा कर तो देखो ।
न बेकार होगी यह तेरी कहानी
रईस अपना किस्सा सुना कर तो देखो ।
Gazal on love in hindi.
सच कहा किसी ने ishaq एक ऐसा दरिया है जिसे होता है बस ये दिल भी उसी के लिए धड़कता है । बस उसी को चाहता है । सिर्फ उसी को पढ़ना चाहता है तो चलिए पढ़ते हैं कुछ ऐसे ही शेर -
कभी जो जाने शबाब मिलते
धड़कते दिल को रुबाब मिलते ।
निगाह भर के मैं उनको पढ़ता
अगर वह जाने किताब मिलते ।
कभी न दिल को मलाल होता
जो मेरे ख़त के जवाब मिलते ।
ज़रा सी हिम्मत अगर दिखाते
तो हर क़दम पर गुलाब मिलते ।
हमें भुला के न चैन पाते
उन्हें जो हम लाजवाब मिलते ।
नहीं किसी पर रहा भरोसा
सभी हैं नेता ख़राब मिलते ।
उसी को अपना नसीब कहता
अगर हमारे अज़ाब मिलते ।
छुपा ही लेता मैं उनको दिल में
मुझे अगर वह जनाब मिलते ।
न ज़िन्दगी में अगर तुम आते
रईस तुम को ख़राब मिलते ।
Ishq par hindi gazal.
दोस्तों दर्द तब होता है जब ishaq में धोखा होता है । फरेब होता है । दिल तार तार हो जाता है । इसलिए तो कहते है किसी पलकों पर मत सजाओ, डर लगता कईं आँसुओ के साथ न बह जाए । दर्दीले एहसास पर लीजिए पेश है - ishaq par gazal in hindi -
गेसुओं को रुख़ पे वह बिखरा गये
कितने बादल आसमां पर छा गये ।
ताईराने ख़ुशनवा ने दी सदा
और हम घर से चमन में आ गये ।
वाद-ए-फ़ुरदा भी उनका ख़ूब था
फ़ूल दिल के बिन खिले मुरझा गए ।
साक़ि-ए-मयख़ाना की ऐसी नज़र
बिन पिए मयकश नशे में आ गये ।
तंग आकर पत्थरों की मार से
पत्थरों से आईने टकरा गये ।
नींद भी आंखों से मेरी उड़ गई
जब तसव्वुर में मेरे वह आ गये ।
मिल गये जब वह अचानक एक दिन
जाने क्या सोचा कि वह शरमा गये ।
क्या पता तुम को नहीं है ऐ रईस
पाने वाले मंज़िलों को पा गये ।
आशा करते हैं आप सभी को आज की गज़ले पसंद आई होगी । Hindisarijan को उम्मीद है कि आप कमेंट करके अवश्य बताएंगे ।। रईस सिद्दीकी बहराइची ।।
bahut umda
जवाब देंहटाएंशुक्रिया
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