Happy Diwali poems 2021, दीपावली पर शानदार हिंदी कविता

Happy Diwali poems 2021, दीपावली पर शानदार हिंदी कविता 


Happy Diwali poems in hindi.


Happy Diwali poems 2021 में आप सभी का बहुत बहुत स्वागत है । मित्रो दीवाली हिंदुओ का सबसे बड़ा एवं मुख्य त्यौहार माना जाता है । यह प्रतिवर्ष कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को हर्ष उल्लास से मनाया जाता है ।

ऐसा माना जाता है कि इस दिन भगवान श्री राम 14 वर्ष के वनवास से अयोध्या लौटे थे । इसी खुशी में अयोध्या वासियों ने पटाखे जलाकर खुशियां मनाई । तो चलिए इसी खुशी में पेश करते है - Happy Diwali poems 2021 in hindi -

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दीवाली पर हिंदी शायरी । Diwali par shayari in hindi.

गजल (आज अवध में आए राम)

मंगल गाओ दीप जलाओ आज अवध में आए राम
झूमो नाचो खुशी मनाओ घरमें बनाओ तुम पकवान।

नभ से पुष्पों की वर्षा हो रही नर नारी सब गए गान
देवी देवता हर्षित होकर श्री राम को करें प्रणाम।

घर घर बंदनवार लगाओ आंगन में रंगोली सजाओ
रावण का बध करके आए लंका जीत के आए राम।

ताड़का मारी अहिल्या तारी बाली मार गिराए राम
भिलनी को दर्शन दे आए केवट का भी रखा मान।

हनुमान जी साथ में आए किए जिन्होंने प्रभु के काम
सीता मां का पता लगाया लक्ष्मण जी के बचाए प्राण।

चौदह वर्ष बिताए वन में लाखों कष्ट उठाए राम
घर घर आज मनाओ दीवाली अब ये बनेंगे राजा राम।


आई दिवाली आई

आई दिवाली आई दिवाली आई दिवाली आई
साफ सफाई होगई सबकी घर घर रौनक छाई।
शुभ,लाभ को साथ में लेकर खुशी भी घर में आई।
आई दिवाली आई दिवाली आई दिवाली आई ।।

आंगन में रंगोली सजाओ जगमग दीप जलाओ
गणेश लक्ष्मीजी का पूजन कर उनका भोग लगाओ।
हाथ जोड़ कर नमन करो अब ऋद्धि, सिद्धि आई।
आई दिवाली आई दिवाली आई दिवाली आई ।।

मिलकर नाचो गाओ सब ही मिलकर जश्न मनाओ
नए नए परिधान पहन कर घूमने फिरने जाओ।
गीत प्यार के गाओ साथी दो तुम सबको बधाई।
आई दिवाली आई दिवाली आई दिवाली आई ।।

सबको सुख में करो सम्मलित सबको गले लगाओ
अभिवादन तुम करो सभी का बड़ों का आशीष पाओ।
खूब मिठाई खाओ खिलाओ थाली भर भर आई।
आई दिवाली आई दिवाली आई दिवाली आई ।।

Deepawali par hindi kavita.


Diwali par hindi kavita 2021


शुभ हो, लाभ हो, शुद्धि हो सुख, शांति, समृद्धि हो
प्यार रहे हर दिल में जिंदा ऋद्धि हो और सिद्धि हो।


गजल (गरीब की दीवाली)
जिसके घर में तेल नहीं है कैसे दीप जलाए वो
अंधियारा जिसके मन में हो कैसे उजाला लाए वो।

बच्चों का दिल कैसे रखे कैसे उन्हें समझाए वो
नए खिलौने कहां से लाए कैसे उन्हें बहलाए वो।

रोटी के लाले हैं जिसके कैसे मिठाई लाए वो
कैसे खील बतासे लाए कैसे खुशी मनाए वो।

फटे,पुराने पहन के कपड़े कैसे मनवा हर्षित हो
कैसे चमक आए चेहरे पे कैसे खुश हो जाए वो।

लक्ष्मी प्रसन्न नहीं है उसपर कैसे दीवाली मनाए वो
शर्मसार है अपने मन में कहीं न आए जाए वो।

है त्योहार की लाली काली कहां से लाली लाए वो
किस्मत रूठ गई है उससे किस्मत कैसे बनाए वो।

फर्ज हमारा भी बनता हैअपनी खुशियां बांटें हम
संग में खाएं खिलाएं मिठाई  संग में दीप जलाए वो।


खुद से मिलता तो खुदा मिलता तुझे
अपनी चाहत में तू खुद ही खो गया।
अब अश्क बहते हैं तेरे क्यूं ये बता
तुझको जगना था मगर तू सो गया।


रोशन हों घर द्वार सभी के
रोशन हों घर द्वार सभी के साजन आंगन दीप जलाएं
अंधियारे को दूर भगाकर खुशी से हम सब नाचें गाएं।

छोटे बड़े का भेद नहीं हो मिलकर हम सब जश्न मनाएं
राग, द्वेष मिट जाएं मन के प्यार की खुशबू को फैलाएं।

प्रेम भाव से गले मिलें सब आपस में सब प्यार लुटाएं
आशीर्वाद लें अपने बड़ों का आओ दिवाली पर्व मनाएं।

उम्मीद करते हैं आज की Happy Diwali poems 2021 आपको पसंद आई होगी । मित्रो कमेंट बॉक्स में happy diwali जरूर लिखे ।। गोपी साजन ।।

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